गुरु जी मेरे नमन आपको, अर्पित करूं सुमन आपको। हमको पढ़ना लिखना सिखाकर, सन्मार्ग पर चलना सिखलाया। गुरु द्रोणाचार्य बन आपने, अर्जुन को उसका लक्ष्य दिखाया। जीवन की भूल भुलैया में, सही पथ चुनना सिखलाया। आसमान की बुलंदियों पर, हौसलों से उड़ना सिखलाया। दीपक बनकर गुरु जी आपने, अंधेरों से […]
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इंदौर। कोरोना संक्रमण काल के दौरान लगे लॉक डाउन में मातृभाषा.कॉम से जुड़े रचनाकारों द्वारा किए उत्कृष्ट सृजन को संस्मय प्रकाशन द्वारा पुस्तकबद्ध किया गया, इस पुस्तक का विमोचन साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश शासन के निदेशक डॉ. विकास दवे द्वारा किया गया। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन […]
भारत की साहित्यिक निस्वार्थ राष्ट्रीय संस्था “राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान” का बिहार इकाई का उद्घाटन समारोह मे संस्था के सभी सम्मानित पराधिकारी उपस्थित होकर चार चांद लगा दिए ! जिसमें बिहार इकाई की अध्यक्ष बबिता सिंह जी के द्वारा पूरी व्यव्स्था किया तथा उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष/संस्थापक नवलपाल प्रभाकर ‘दिनकर’ जी […]
