बदलते हुए बिहार के लोकप्रिय चेहरा हैं नीतीश कुमार अपने दृढ़ विश्वास से लवरेज होकर वेदाग दमदार काम का वखान अपने शब्दों में करते हैं ।कौन भूल सकता है 1990 के दशक वाला बिहारी को जहाँ संसाधनो की कमी नहीं फिर भी बिजली पानी को तरसता था बिहार! आज हर […]
बौद्ध धर्म और गौतम बुद्ध के जीवन पर आधारित ऑन लाइन हिन्दी कवि सम्मेलन : “सूर्य, चंद्रमा और सत्य, ” छिपाया छुप टीवीनहीं सकता है, गौतम बुद्ध और उनके जीवन पर आधारित रचना प्रस्तुत कर ने और धर्म के लिए भी कविता प्रस्तुत कर ने हेतु ऑन लाइन कवि सम्मेलन […]
किसान क्या होते है तुम गांववालो से पूछो। ये वो शख्स होते है जो खाने देते सबको अन्य। किसान क्या होते है तुम गांववालो से पूछो।। परन्तु इसकी झोली में नहीं मिलता उसका हक, नही मिलता उसका हक। यही से गरीबी का खेल शुरू हो जाता है। कड़ी मेहनत और […]
चुनाव से कोरोना की विदाई हो गई नेताओं की जनता से सगाई हो गई हजारों उमड़ रहे चुनाव रैलियों में सरे आम बिक रहे वोटर थैलियों में न मास्क,न दूरी का खयाल रखा गया वोट मिल जाए यह ध्यान रखा गया कोविड कानून फेल , मोदी के सामने रैली में […]
वाह रे सियासत तेरे रूप हजार। सत्ता की चाहत में राजनेता क्या-क्या नहीं कर गुजरते। सत्ता की चाहत और कुर्सी की लालच में राजनेता सबकुछ कर गुजरने को तैयार रहते हैं। इसका एक ताजा रूप कश्मीर की सियासत में फिर से एक बार देखने को मिला। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 […]
इक चिड़िया बोली बच्चों से, क्यूँ करते हो इतनी शैतानी। माँ बापू किसी की न सुनते, करते हो तुम सब मनमानी।। इक बात तुम मेरी मान भी लो, स्कूल जाकर नया ज्ञान भी लो। सब गूढ़ रहस्य तुम जान भी लो, जीवन पथ को पहचान भी लो।। स्कूल के महत्व […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।