जय किसान सारे तीज- त्योहार, रिश्ते- नाते, आदर- सत्कार ये जीवन का स्पंदन तुम्ही से है तुम्हारे पसीने से मिल कर ये निर्जीव माटी भी महक उठती हैं हे अन्नदाता हमारा सलाम है तुझे सत्ता कितनी ही शातिर होकर निरंकुश हो जाये पर हम सभी तेरे कर्जदार बन कर ही […]
