वो हैं सबसे अच्छे वो सबसे प्यारे हैं पापा के पिताजी दादाजी हमारे हैं जागते हैं सवेरे भजन सुनाते हैं जगाकर मुझको योग करवाते हैं होती है शाम जब मैदान लेकर जाते हैं खुद तो चलते हैं धीरे मुझको दौड़ाते हैं खेलते हैं मेरे संग कहानियाँ सुनाते हैं पढ़ना भी […]

सतगुरु जैसा कोई जगत में, उनका ही गुण गान करो। मन की मैली चादर अपनी, बिन साबुन है साफ करो।। मुनि रूप में विद्यासागर, आये करने को उद्दार। महिमा इनकी कोई न जाने, इनके तो रूप है हजार । दर्शन गुरु के करो हमेशा, सुबह सबरे जाप करो। मन कीं […]

मानव अधिकारों के संरक्षण के लिए भी लड़ेगी वृन्दाविहान संस्था इंदौर। समाजसेवा, नारी उत्थान एवं प्लास्टिक मुक्त भारत के लिए कार्यरत वृन्दाविहान बहुउद्देश्यीय संस्था को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत यूनाइटेड ऑर्गनाइज़ेशन का साथ मिला है, इसी के साथ, अन्तरराष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग द्वारा संबद्धता प्रदान करते हुए संस्थान को मानव […]

मर-मरकर जीना होगा जीने की खातिर हलाहल पीना होगा अपने-पराये, दोस्त-दुश्मन सबसे मिलना होगा हँसना होगा, रोना होगा मर-मरकर जीना होगा | तिल-तिल जलना होगा सूरज सा तपना होगा घोर निराशा में भी चलना होगा तिनका – तिनका चुनकर नीड़ निर्माण करना होगा | चिंता चिता से बड़ी – चिंता […]

जिसका डर था वही हुआ किसान क्यों हिंसक हुआ शर्मनाक है हिंसक होना लालकिले में दाखिल होना लालकिला देश की आन है यही तिरंगे की पहचान है जिसने हिंसा की दंड मिले राष्ट्र एकता का सबक मिले आंदोलन अहिंसक ही अच्छा जन जन हो जिनमे सच्चा मिल बैठकर सब बात […]

राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी मिथलेश सिंह मिलिंद नई दिल्ली : आज के कार्यक्रम में भव्य छंदोत्सव/गणतंत्रोत्सव का आयोजन, नौ पुस्तकों का विमोचन, मनोनयन, सम्मान वितरण व इकाई का उद्धाटन समारोह बहुत ही भव्य तरीके से हुआ सम्पन्न, जिसमें देश के विविध प्रांतों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असम, हरियाणा, […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।