मिले सभी को सम्मान ऐसा आचरण कीजिए न रहे कोई अभिमान ऐसा स्वमान लीजिये हो परमात्मा से प्यार ऐसा गुणगान कीजिये हो सबका कल्याण ऐसी दुआये दीजिये गैर भी अपने हो जाय ऐसा व्यवहार कीजिये परमात्म याद बनी रहे ऐसा राजयोग कीजिए।#श्रीगोपाल नारसन Post Views: 30
Uncategorized
नारनौल। नागरी लिपि विश्व की सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक लिपि तो है ही, यह विभिन्न भाषाओं को भी आपस में जोड़ती है। यह कहना है नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान, काठमांडू के कुलपति गंगाप्रसाद उप्रेती का। मनुमुक्त ‘मानव’ मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा गत शाम आयोजित ‘अंतरराष्ट्रीय ई- नागरी लिपि सम्मेलन’ में बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने […]
