शत्रुता का नाश हो,प्रेम का आगाज़ हो, गर्व चकनाचूर हो, ममता निहाल हो। मिला आज मौका है, माफी के मुकाम का, चूकने न देंगें हम,माफी आज लेंगें हम। यह शुद्धता की भावना,है मंगल कामना, पर्व ये महान है, धर्म का वितान है। क्षमापना मनाएंगे, शत्रुता मिटाएंगे, दीप एक जल गया […]