समझने लगी हो बातों को, जानने लगी हो अहसासों को कर चुकी हो बचपन को पार, उम्र हो चुकी तुम्हारी सत्रह के पार। छेड़ने लगी हो अरमानों को , जानने लगी हो अहसासों को कर चुकी हो बचपन को पार, उम्र हो चुकी अब तुम्हारी सत्रह के पार। कभी बैठी-बैठी […]
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स्वच्छ रहेंगें,स्वस्थ रहेंगे,भारत को भी स्वच्छ करेंगें। करते हैं प्रतिज्ञा,हम सब करते हैं प्रतिज्ञा॥ शौच खुले में अब नहीँ करेंगें,जल-थल को अब साफ रखेंगें। करते हैं प्रतिज्ञा,हम सब करते हैं प्रतिज्ञा॥ हाथ हमारे कौशल-धन-बल,सदा साफ ये सदा हो निर्मल। हाथ धो के जल-पान करेंगें… करते हैं प्रतिज्ञा,सब हम करते हैं […]