सबका परमात्मा एक है क्या हिन्दू क्या मुसलमान एक अल्लाह कहता है दूसरा कहता है भगवान खून का रंग भी सबका एक कहलाते है सब ही इंसान फिर झगड़ा काहे का है न रोटी का न बेटी का झगड़ा तो बस लगता है झूठे अहंकार की बुद्धि का शांतचित होकर […]
रहो हिल मिलकर मेरे, समाज के भाई बहिनों। मैं लेकर आया हूँ, स्नेह प्यार का संदेशा। रहे हम सब पर हमारे बड़े बूढ़ो का हाथ। तभी हर जाती धर्म को दुनियाँ में पहचान जाएगा।। दिलाओं अपने बच्चों को शिक्षा तुम सभी लोग। तभी समाज को मिलेगा, शिक्षित समाज का दर्जा। […]
चैनपुर | चैनपुर , सीवान, बिहार के प्रख्यात युवा साहित्यकार रूपेश कुमार के चाची जी उर्फ छोटी माता जी का निधन हो गया ! भोपाल , मध्यप्रदेश मे रहते हुए इस सांसारिक मे आध्यात्मिक दुनिया मे परम विश्वासी धर्मप्राणाया माता श्रीमती कमला सिन्हा, पति श्री एस. प्रसाद जी की इस […]
युवा चाहें तो समाज और देश में बड़े से बड़ा बदलाव ला सकते हैं। महामारी के इस भयावह दौर ने अगर परेशानियां दी हैं तो उससे कहीं अधिक सकारात्मकता का संचार भी किया है और इंसानियत का चेहरा उजागर किया है। युवाओं को कुछ करने का मौका मिला तो उन्होंने […]
मार्क्स और एंगेल्स विश्वसाहित्य में मार्क्सवाद कला में पारंगत थे और उन्हें साहित्य, शास्त्रीय संगीत और चित्रकला का वास्तविक ज्ञान था। अपनी युवावस्था में, वे दोनों कविता लिखते थे, और एक बिंदु पर एंगेल्स ने भी कवि बनने के बारे में गंभीरता से सोचा था। वह न केवल शास्त्रीय लेखकों […]
रिश्तों का बंधन कही छूट न जाये। और डोर रिश्तों की कही टूट न जाये। रिश्ते होते है बहुत जीवन में अनमोल। इसलिए रिश्तों को हृदय में सजा के रखे।। बदल जाए परस्थितियां भले ही जिंदगी में। थाम के रखना डोर अपने रिश्तों की। पैसा तो आता जाता हैं सबके […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।