हमारी बस्ती में दिखी एक दिन गरीबी से ज्यादा बेवसी एक दिन। हवाएं चल रही हैं किस जानिब कहेगी शमां की रोशनी एक दिन। एक डर समाया है दिल में हमारे मौत होगी बुरी या भली एक दिन। दर्द की कराह है जो मेरे चेहरे पर दुनियां ग़म जानेगी सभी […]
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भारत की साहित्यिक संस्था “राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान” द्वारा श्रीमती कमला सिन्हा जी के स्मृति मे आयोजित अखिल भारतीय साहित्यिक प्रतियोगिता संपन्न हुआ ! इस कार्यक्रम को संस्था के राष्ट्रीय महासचिव रूपेश कुमार द्वारा आयोजित किया गया जो कार्यक्रम के रूपरेखा भी तैयार किये! “श्रीमती कमला सिन्हा” के प्रथम स्मृति […]
