मान है अभिमान है तू भारत की शान है, जय हिंद की सेना तुझपे दिल कुर्बान है। तेरी गौरव गाथा अमर रहे भुजाओ में तेरा शौर्य रहे, इस मिट्टी का लाल तू बलिदान तेरा अमिट रहे।। भाग उठे दुश्मन जब तूने उसे ललकारा था। कारगिल में घुसे पाकी को नाहर  […]

थाल पूजा का लेकर चले आइये। चंद्राप्रभु का जिनेन्द्रालय यहाँ पर बना। आरती के दियो से करो आरती। और पावन सा कर लो ह्रदय अपना। थाल पूजा का लेकर चले आइये।। मन में उमड़ रही है ज्योत धर्म की। उसको यूही दबाने से क्या फायदा। प्रभु के बुलावे पर भी […]

बहुत उलझन में हूँ! रस्ते भटक रहे है अब! कंकड़ियां सवाल कर रही मुझसे जवाब किसी गुफ़ा में चले गए है नदी में समुद्र कूद रहा है मौन सा पौधे पेड़ो से करते है चतुराई बहुत उलझन में हूँ! रस्ते भटक रहे है अब! शोर ने ताला लगा दिया मौन […]

जब भी मौसम सुहाने आते है तुम याद आते हो जब कोई मंजर लुभाने आते है तुम याद आते हो। ऐसे तो याद नही आते हो तुम कभी लेकिन जब-जब पल मस्ताने आते है तुम याद आते हो। आज भी याद है वो तुम्हारा हंसता हुवा चेहरा जब ग़म दिल […]

हिमा दास है मेडल लाई,, हम देश में जश्न मनाते हैं,, और जिन्होंने.. बेटियां कोख में मारी,, वो खड़े खड़े पछताते हैं,, बेटी की कदर हुई जिस घर में,, उस घर का रोशन नाम हुआ,, देश का मस्तक हुआ है ऊंचा,, हिमा ने ऐसा काम किया,, बेटियां पलती अभावों में,, […]

राम केवल नाम नही राम जीवन का आधार है। राम है संस्कृति हमारी राम जड़ चेतना का व्यापक विस्तार है। उद्घोष जय श्री राम का संचरण ऊर्जा का होता है जिसे लगता युद्धघोष यह वो विक्षुब्ध एक विकार है। हिंसा को तुम धर्म से जोड़े जिसका आधार आहिंसा परमो धर्म: […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।