रक्षाबंधन का एक ही है विकल्प। बहन की रक्षा का भाई ले संकल्प।। यह राखी बहन ले भाई से वादा। हर नारी के प्रति हो नेक इरादा।। माता-पिता की सेवा मे भाई दे योगदान। तो बहन करे सास-ससुर का सम्मान।। यह त्यौहार बहन ले तोहफा विशेष। भाई से वचन ले […]
सुख दुःख जीवन के दो पहिए रहिए दोनो में एक समान सूर्योदय सूर्यास्त के समय जैसे सूरज रहता एक समान जब उगता है तब अंहकार नही जब ढलता है तब मलाल नही शांत सौम्य रहता दोनो समय प्रचण्डता में भी नही अभिमान सूर्य ने सिर्फ देना ही सीखा कभी किसी […]
आधी रात बीत चुकी थी रेलगाड़ी धड़धड़ाती तीव्रगति से दौड़ रही थी सन्त रामहरे खड़े-खड़े काफी थक चुके उनके पैर भी जवाब दे चुके थे परन्तु सीट तो छोडिये जमीन भी तिलभर खाली नहीं थी भारतीय रेल के सामान्य डिब्बे का सफर किसी जंग जीतने से कम नहीं होता और […]
नदी अब बहुत गुमान में है, कि वो आजकल उफ़ान में है, ग़रीब तो आज भी फुटपाथ पर सोते है, अमीरजादें तो अंदर अपने मकान में है, जमीं से तो उनका रिश्ता ही टूट गया है, अब तो उनका सारा ध्यान आसमान में है, रंग बदलने की फितरत अब गिरगिट […]
रुड़की| प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन ने दिल्ली की प्रथम महिला मुख्यमंत्री एवं विदेश मंत्री रही सुषमा स्वराज के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें अपनी ओर से श्रद्धाजंलि अर्पित की है।उन्होंने बताया कि अम्बाला छावनी में जन्मी सुषमा स्वराज ने एस॰डी॰ कालेज अम्बाला छावनी से बी॰ए॰ तथा […]
हारे के सहारे आ जा, तेरा भक्त पुकारे आ जा। हम तो खड़े तेरे द्वार, सुन ले करुणा की पुकार –२ आओ नाथ पार्श्वनाथ, आओ नाथ पार्श्वनाथ। आओ नाथ पार्श्वनाथ, आओ नाथ पार्श्वनाथ।। कोई सुनता नहीं, अब में क्या करूँ। दर्द दिल की दसा, जाके किस से कहुँ। तेरे होते […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।