इस बार दशहरे पर रावण राम से बोला | था रामलीला मैदान में तन कर बोला || तुम मुझ पर हर वर्ष बाण चलाते हो | बाण चला कर मुझको जलवाते हो || फिर भी जल कर मै नहीं मर पाता हूँ | अगले वर्ष जिन्दा होकर लौट आता हूँ […]

आइए आज दशहरे पर दो बातों पर ध्यान देते हैं: पहली, दशमलव प्रणाली में मूलभूत संख्याएँ दस ही हैं – शून्य से लेकर नौ तक। इतने ही महापंडित ज्ञानी रावण के मुख भी हैं। बाकी सारी संख्याएँ इन्हीं दस संख्याओं से बनी हैं। संख्याएँ जहाँ तक जा सकती हैं वहां […]

जब उम्र बढ़ जाएगी इत्र की जगह आयोडेक्स की खुशबू आएगी कहता हूँ अब भी मिल लो ये घड़ियाँ पलटकर नहीं आएंगी अभी तो आँखो मे नूर बाकी है फिर खूबसूरती नज़र नहीं आएगी अभी तो यार होंगे अपने साथ फिर केवल छड़ी ही नज़र आएगी आवाज़ सुन लो दोस्तों […]

वही सदा हुआ बदनाम अपनी असुरता के कारण रावण ने भी भुगता अंजाम वह बल ,बुद्धि में कम नही था वह पूजा पाठ में भी कम नही था सीता अपहरण का दुस्साहस अपराध उसका कम नही था अन्याय का दंड मिलकर रहेगा सगा भी पराया होकर रहेगा असत्य सदा ही […]

अबकी बार रावण दशहरे पर आया राम पर गरजा और ऐसे चिल्लाया पहले अपने देश को ठीक कर आओ फिर मुझ पर आकर बाण चलाओ कुम्भकर्ण को यूही बदनाम करते हो छ:महीने सोने का आरोप लगाते हो तुम्हारे नेता तो पांच साल सोते है जब चुनाव होते तो जाग कर […]

विहिप कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार के नेतृत्व जुटे अनेक मत-पन्थ सम्प्रदायों के प्रतिनिधि भवदीय विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता विश्व हिन्दू परिषद् Post Views: 47

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।