समय के साथ चलों…..समय पर सभी कार्य पूर्ण करों – श्री मुकाती नागदा (धार) बुधवार को नववर्ष-2020 के आगमन पर धार दीनदयाल पुरम कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक आदरणीय* श्री लक्ष्मीनारायण जी मुकाती ने चयनित उत्कृष्ट शाला शा.नवीन प्रावि नयापुरा माकनी में घड़ी शाला प्रधान गोपाल कौशल, सहायक शिक्षक जयराम सोलंकी […]

हरे भरे वृक्षों में जान है उनके भी अरमान है ऐसे वृक्षों को काटो नही पाप के भागी बनो नही उन्हें फलने फूलने दो आक्सीजन छोड़ने दो वे पर्यावरण संरक्षक है स्वस्थ्य के रक्षक है छांव वही तो देते है फलों से झोली भरते है वृक्ष कटने न पाये कोई […]

कुण्डलियाँ (1) विषय- अविरल अविरल गंगा धार है, अविचल हिमगिरि शान! अविकल बहती नर्मदा, कल कल नद पहचान! कल कल नद पहचान, बहे अविरल सरिताएँ! चली पिया के पंथ, बनी नदियाँ बनिताएँ! शर्मा बाबू लाल, देख सागर जल हलचल! अब तो यातायात, बहे सडकों पर अविरल! . 👀👀👀 कुण्डलियाँ (2) […]

नया साल दे आपको, मन माफिक परिणाम। सभी ख्वाब पूरी हो, करते प्रार्थना ईश्वर से हम । आपको रिद्धि दे, सिद्धि दे, वंश में वृद्धि दे। ह्रदय में ज्ञान दे, चित्त में ध्यान दे। अभय वरदान दे, दुःख को दूर कर। सुख भरपूर कर, आशा को संपूर्ण कर। सज्जन जो […]

व्यक्तिगत साहसिक कार्य के लिए दी गई रुपये-पैसे की मदद को ‘सब्सिडी’ अर्थात आर्थिक सहायता’ कहते हैं। जिसे भिक्षा कहना ‘साहसिक व्यक्तित्व’ का अपमान है।किंतु इस बात को भी झुठलाया नहीं जा सकता कि आर्थिक सहायता उसी को दी जाती है, जो आर्थिक रूप से कमजोर होता है। ऊपरोक्त आर्थिक […]

कुण्डलियाँ (1) विषय- अविरल अविरल गंगा धार है, अविचल हिमगिरि शान! अविकल बहती नर्मदा, कल कल नद पहचान! कल कल नद पहचान, बहे अविरल सरिताएँ! चली पिया के पंथ, बनी नदियाँ बनिताएँ! शर्मा बाबू लाल, देख सागर जल हलचल! अब तो यातायात, बहे सडकों पर अविरल! . 👀👀👀 कुण्डलियाँ (2) […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।