मधुशाला साहित्यिक परिवार उदयपुर द्वारा होली प्रतियोगिता में बिहार पटना के लेखक आशुतोष कुमार झा को सम्मान पत्र से नवाजा है।इस प्रतियोगिता में देश भर के साहित्यकारो ने भाग लिया सभी को मधुशाला परिवार की ओर से सम्मानित किया गया है।आशुतोष ने बताया कि ऑन लाइन प्रतियोगिता के जरिये ऐसे […]

कोरोना जग में घूम रहा है हिंसक क्रूर छली कपटी को, डसने पल-पल घूर रहा है चुन चुन दुश्मन मार रहा है डरो नहीं अहिंसक भोले मानव तुम्हारे पास कभी न आएगा नहीं बिगाड़ा तुमने कुछ उसका क्यों तुमको को डसने आएगा बुद्धिमान है वह इंसानो से बिन बात नहीं […]

घोर कलियुग का दौर है स्वार्थ हो गए सर्वपरि निष्ठा पल में बदल गई स्वयं को जो कुर्सी मिली जनता की कसमें खाकर जो खुद को सेवक बताते थे वही महाराज दलबदल कर जनता का मोल लगाते है जीवन दर्पण है सब देखते है लक्ष्मीबाई से हुआ छल देखते है […]

हम होली के हमजोली है, इस होली में हमजोली है जीवन भर खुशियों के रंग से, हम होली के हमजोली है उल्लास भरी पिचकारी से, इक दूजे पर हम वार करें लें हाथ पकड़ इक दूजे का, ये जीवन नैया पार करें ना बन्धन ना कोई पहरा है,दिल मेरा तेरी […]

(भारत सरकार एवं मध्य प्रदेश सरकार को खुला ज्ञापन) मैं और भारत के समस्त साहित्य, संस्कृति, भाषा,दर्शन और हिंदी प्रेमी लोगों की ओर से भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, माननीय गृह मंत्री एवं भाषा मंत्री भारत सरकार श्री अमित शाह, माननीय मानव संसाधन मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक एवं […]

ओमप्रकाश भारतीय उर्फ पलटू जी शहर के सबसे बड़े उद्योगपति होने के साथ ही फेमस डॉग लवर अर्थात् प्रसिद्ध कुत्ता प्रेमी भी थे। पलटू जी ने लगभग सभी नस्ल के कुत्ते पाल रखे थे। उन्हें कुत्तों से इतना प्रेम था कि कुत्तों के मल-मूत्र भी वे स्वयं साफ किया करते […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।