वो प्रसिद्ध फिल्मी हीरोईन थी। अब उम्र हो चली और फिल्में मिलनी बंद होने लगी तो एक बड़ी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो गयी और टिकट भी हासिल कर लिया। बड़े नेताओं ने समझा दिया था-‘ तुम अपनी छवि वैसी ही रखना जैसी फिल्मों के किरदार में थी,बच्चों से बेहद […]

असमंजस में आज फिर वह माँ के पास उनके आँचल के पीछे छिपने के लिए उनके दरवाजे पर खड़ी थी। उसे पता था उसके पिता का क्रोध.. वे उससे न ही बात करेंगे न ही उसे अपने घर में स्थान देंगें। उसे भरोसा था कि माँ फिर एक बार उसे […]

शायद ये कोरोना कुछ कहने आया है | अपनो को अपनों से मिलाने आया है || लोग झूमे रहे थे अपनी अपनी मस्ती में | कोई किसी को पूछ न रहा था बस्ती में || घूम रहे थे माल रेस्टोरेंट सिनेमा हाल में | झूम रहे थे सभी अपने अपने […]

पूरा देश अलर्ट है कोरोना महामारी से कोई चपेट में न आए बचना सावधानी से भीड़भाड़ से दूर रहो सफाई रखो भरपूर संक्रमण फैलने न पाए न हाथ मिलाओ हुजूर छिपाने में भलाई नही उपचार बहुत जरूरी है दुनिया की हर जान कीमती जान बचानी जरूरी है। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल […]

जान ले रहा है कोरोना, अब हिंदुस्तान में। अब संभाल कर रहो, अपने अपने घरों में।। कैसी बीमारी ये आई, जान पर आफत आई। न कोई समझे न ही जाने, बस हाँ में हाँ सबकी मिलने। कैसे ले रही है, जान इंसानों की। अब संभाल कर रहो, अपने अपने घरों […]

सेवा में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, दिनांक: 17 मार्च 2020 विषय: नागरिकता संशोधन कानून सी.ए.ए. के पक्ष में एवं सम्पूर्ण न्याय की पहली कड़ी आपकी सरकार द्वारा भी दी जा रही पागल की पेंशन ₹ 22060 बंद कर तुरंत पदयात्रा की अनुमति दें। आदरणीय महोदय, जय हिंद! आदरणीय माननीय सम्माननीय […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।