क्षिति जल पावक नभ पवन, . जीवन ‘विज्ञ’ सतोल। जीवन का आधार वर, . पानी है अनमोल।। . 💧🌳💧 मेघपुष्प ,पानी सलिल, आप: पाथ: तोय। विज्ञ वन्दना वरुण की, निर्मल मति दे मोय।। . 💧🌳💧 जनहित जलहित देशहित, जागरूक हो विज्ञ। जीवन के आसार तब, जल रक्षार्थ प्रतिज्ञ।। . 💧🌳💧 […]

1- वो (ग़ज़ल) मुझे मालूम है कंधे से उठ, सर पर चढ़ेगा वो, मगर खुश हूँ कि है मेरा लहू, मुझसे बढ़ेगा वो। तुम्हें तख़लीफ़ क्यों होती,बताओ देखकर झुकते, पढ़ाया जो उसे मैंने, वही सब तो पढ़ेगा वो। यही दस्तूर है जग का कि जैसा बीज फल वैसा, मिलेगा गुरु […]

चाहे छाये हर और सूनापन,मिलना हो जाये एक दूजे से कम। कितना भी मन घबराए,चाहे कितनी भी दहशत बढ़ती जाए। करना है एक ही प्रण,किसी भी तरह कोरोना को हराया जाए। व्यवसाय कैसे चल पाएंगे और अब कैसे बच्चे पढ़ पाएंगे। चाहे कितनी भी विपदाएं आये,घर मे मन कितना भी […]

\वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लॉकडाउन में भी सकारात्मकता बनाए रखने के उद्देश्य से ‘सर्व भाषा ट्रस्ट’ द्वारा ऑनलाइन कवि-गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।  11 अप्रैल को शाम 6 : 30 से 7 : 40 तक तीसरी  ऑनलाइन कवि-गोष्ठी का आयोजन किया गया। ऑनलाइन कवि-गोष्ठी की अध्यक्षता सर्व […]

अनुकूल रहे प्रतिकूल रहे, भाव हृदय में पवित्र रखे। जो भी ऐसा कर पाता है, जीवन में आनंद पाता है।। चुगल खोर चुगली करे, और चोर चोरी से बाज़ न आवे ऐसे लोगो को लोग ही, अपने आजू बाजू न बैठाए। और आते ही ऐसे लोगो के, लोग हो जाते […]

बचाना है जान को जहान को , बचाना है अब हर इंसान को | यही ध्येय होगा अब हमारा , ये सन्देश पहुँचे हर इंसान को || सबका साथ हो सबका विश्वास हो , आशा के साथ सबका विकास हो | तब ही कोरोना को हरा पायेंगे , ऐसा जन-जन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।