परिंदो लौट जाओ आशियानों में न उड़ो आसमानो में अँधियों का दौर है वर्चस्व की दौड है अब खतरे चारो ओर है अब तो साँसों को पाने की भी होड़ है तन्हाइयो का दौर है रिश्तो में भी अब तरन्नुम दिखती नहीं हसरते अनगिनत पर अब कुछ रस्मे भी निभती […]
साहित्यकार अनिता मंदिलवार सपना अंबिकापुर सरगुजा छतीसगढ़ को विश्व हिन्दी लेखिका मंच द्वारा राष्ट्रभाषा हिन्दी एवं नारी चेतना के प्रचार – प्रसार में विशेष योगदान, साहित्य के प्रति समर्पित भाव, प्रयास, साहित्य साधना एवं साहित्य सेवा के लिए मंच द्वारा “महादेवी वर्मा शक्ति सम्मान” से सम्मानित किया गया । अनिता […]
