वैश्विक महामारी कोरोना से हर कोई लड़ रहा है। वर्तमान में देश भर में इस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। कोरोना संकट के बीच हुए लॉक डाउन के दौरान आमजन की मदद के लिए कई लोग सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में […]
हिंदुस्तान के ह्रदय स्थल मध्यप्रदेश, में पिछले दिनों घटित दो अकल्पनीय घटनाओं, अकल्पनीय इसलिए कहा जा सकता है जिसके द्वारा अपराध की कल्पना भी न कि जा सके अगर रक्षक ही भक्षक बन जाये तो न्याय और विस्वास की उम्मीद किससे करे।इन दो घटनाओं नें प्रशासनिक व्यवस्था को शर्मसार कर […]
कलियुग में ऐसा भी होना था कोरोना का पाप हमे ढोना था गंगाजल की कांवड बंद हो गई गंगाजल बिकने को आ गई डाक विभाग गंगाजल बेच रहा घर से ही जलाभिषेक हो रहा सच मे शिव रात्रि बदल गई है शिवालय के द्वार बंद हो गए है घर मे […]
लगाकर दिल तुम अपना, फिर मुँह मोड़ा न करो। किसी के दिल से तुम, इस तरह खेला न करो। मिले थे दिल हमारे, तभी तो साथ हुए थे। पर अब क्या हो गया तुमको, जो रूठ गये हो हम से।। बड़ी बड़ी कसमें तुम, उस समय खा रहे थे। जब […]
मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूँ लेकिन उससे पहले लड़कों की तीन खूबी और तीन बुराई बताओ“पहली खूबी यह है कि मैं लड़का हूँ“क्यों ! लड़की होना गलत है क्या? तुम लिंगभेद को बढ़ावा देते हो यह खूबी नही मानते।”“नहीं यह लिंगभेद को बढ़ावा नहीं हर किसी को भगवान् ने […]
अगर छेद न होते घर की दीवारों में। घर की बात न फैलती बाजारों में।। अगर दम होता प्रशाशन व सरकारों में । औरत की इज्जत न लुटती सरे आम बाजारों मै।। अगर बटवारा न होता हिन्दुस्तान का। जन्म न होता कभी पाकिस्तान का। अगर कोरोना का वैक्सीन बना होता। […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।