ख़ुशियों का उजाला ज़रूर होगा बेबसी की ये रात बीत जाएगी कट जाएगा सफ़र संघर्ष का एक दिन मंज़िल मिल जाएगी खो गया है जो राह-ए-सफ़र में उससे भी मुलाक़ात हो जाएगी सूखी पड़ी दिल की ज़मीन पर एक दिन बरसात हो जाएगी नामुमकिन सी लग रही है जो वो […]
गोप्रचारं यथाशक्ति यो वै त्यजति हेतुना। दिने दिने ब्रह्मभोज्यं पुण्यं तस्य शताधिकम्।। तस्माद् गवां प्रचारं तू मुक् त्वा स्वर्गात्र हीयते। यश्छिनत्ति द्रुम पुण्यं गोप्रचारं छिनत्यपि।। तस्यैकविंशपुरुषाः पच्यन्ते रौरवेषु च। गोचारध्नं ग्रामगोपः शक्ति ज्ञात्वा तू दण्डयेत्।। (पद्मपुराण,सृष्टि० ५१।३८-४०) अर्थ: ‘जो मनुष्य गौओं के लिए यथाशक्ति गोचरभुमि छोड़ता है, उसको प्रतिदिन सौसे […]
