कर्मशाला से विदाई का अब समय आ गया। तो दिल की धड़कने बहुत तेजी हो गई। और अपनो के प्यार के लिए, दिल बहुत तड़पने लगा। साथ जिनके काम किया, अब उनसे विदा ले रहा हूँ। और अपनी नई जिंदगी में प्रवेश करने जा रहा हूँ।। कितना उतार चढ़ाव भरा […]

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के अग्रणी पंक्ति के नेता राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन (1.8.1882- 1.7.1962) का राजनीति में प्रवेश हिन्दी प्रेम के कारण ही हुआ. 17 फ़रवरी 1951 को मुजफ्फरनगर ‘सुहृद संघ’ के 17 वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर टण्डन जी ने कहा था- “हिन्दी के पक्ष को सबल करने के उद्देश्य […]

बोल रहा था पाक बड़े बोल, उसकी बोलती बन्द कर आते। पड़ा था रास्ते में पाक जब, दो चार गोले छोड़ कर आते।। अभी तो केवल पांच आए है, दुश्मनों के दिल दहलने लगे हैं। जब और आ जायेगे भारत में, तब जल कर राख होने लगेगे।। अपने भारत देश […]

रक्षा के संकल्प का पर्व रक्षा बंधन कहलाता है रक्षक केवल परमात्मा है वही रक्षा फ़र्ज़ निभाता है बहन शुभ सोचती भाई की भाई खुशी बहन की चाहता है शुभ कार्य हो ,मिले खुशी कोई भी बहन न रहे दुःखी रक्षा सूत्र बंधवा बहन से बुराई त्यागने की सौगात दो […]

बोर्ड पर लिखी इबारत को , नई इबारत लिखने के लिए मिटाना पड़ता है। हाथों में लगी मेहंदी को , रंग देखने के लिए मिटाना पड़ता है। सूखे हुए पौधे को , नया पौधरोपण के लिए हटाना पड़ता है। समाज में व्याप्त विकृतियों को , नई ऊर्जा का आगाज करके […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।