किफायती लाल कोरोना जांच शिविर में गये थे कोरोना जांच कराने। उनके विभागीय अधिकारियों ने कहा था कि विभाग के सभी कर्मचारियों को कोरोना जांच कराना जरूरी है। बगैर जांच कराये किसी को कार्यालय नहीं आने दिया जायेगा। शिविर में बहुत भीड़ थी। इसलिए वे एक फार्मभर कर दूसरे दिन […]

नवीन कुमार भट्ट नीर – साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के तत्वाधान में आयोजित शिक्षकों के सम्मान में 06/09/2020 को दोप 1 बजे से गूगल मीट पर कवि सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें आमंत्रित कवियों में पुणे महाराष्ट्र से आद सोनी गौतम जी,बरेली उत्तर प्रदेश से आद डॉ दीपा संजय दीप […]

मैं किन किन को छोड़ू, जबकि सभी अपने हैं। जीवन के सफर में, मिला साथ मुझे सबका। इसलिए तो मंजिल तक, मैं पहुंच पाया हूँ। और विजय ध्वजा को, आकाश में फहरा पाया हूँ।। जीत हार से जो भी अपने को आंके। वो लक्ष्य से बहुत दूर जीवन में हो […]

पायलट की पत्नी बोली अपने पति से, ज्यादा हवा में मत उडो, मै तुम्हे तो ही उड़ा दूंगी ज्यादा तीन दो पांच मत करो तुम्हे तो मुंह से सीटी बजाकर हवा में उड़ा दूंगी। अध्यापक की पत्नी बोली मुझे ज्यादा मत पढ़ाओ, मै तो पढ़ी पढ़ाई आईं हूं तुम जैसे […]

भारतीय संस्कृति के संवाहक, सुप्रसिद्ध शिक्षाविद् , महान दार्शनिक, सुविख्यात विचारक , भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (5 सितंबर 1888- 17 अप्रैल 1975) के जन्मदिनोत्सव पर देश में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। केंद्रीय विद्यालय टेंगा वैली, पश्चिम कमेंग, अरुणाचल प्रदेश में भी […]

अदम्य शौर्य की परिभाषा तुम, बहादुरी की गाथा हो। नीरजा तुम सारे जग में, नारी जाति की आशा हो। धीरज भरा कूट कूट कर, साहस में लक्ष्मीबाई स्वरुपा हो। मौत भी जिसको डरा सकी ना, ऐसी शक्तिस्वरूपा हो। हाईजैक जब हुआ विमान, तू बिल्कुल ना घबराई। सूझ बूझ से नीरजा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।