कलमकार हम भारत के, कुछ रोज नया रचाएंगे। कलम की ताकत से हम, भ्रष्टाचार मिटाएंगे। सच्चाई की कलम हमारी, और रक्त की स्याही है। जग के सारे दुष्टों को, नागिन सी डसने आई है। दोधारी तलवार है ये, गुस्सा ,प्यार जताने आई है। हर सुख दुःख में सबका, साथ निभाने […]
