दया,संवेदना आभूषण अपने इस जगत में सभी है अपने जो भी जीव पास है अपने सबका ही रखिए ध्यान ग्रीष्म ऋतु आरंभ हो गई पशु पक्षी प्यासा न रहे कोई ड्योढ़ी व छत पर पानी रख दो खाने की कुछ सामग्री रख दो गर्मी से जीवन बच जायेगा मानवता का […]
जीवन एक कठिन गणित है। इसमें कहीं जोड़ तो कहीं घटाना पड़ता है। इसमें गुणा और भाग को समान अवसर मिलता है। भिन्न भिन्न के भी अंश होते हैं। हर हर के अंदर होता है। इन सब के अतिरिक्त कुछ अजीब बातें हैं इस ज़िंदगी रूपी गणित में- जोड़ तो […]
विषय- भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अंग्रेजों के लिए काम करने व राजभाषा अधिनियम का शत्-प्रतिशत् उल्लंघन करने पर परिवाद। महोदय, कोविड काल में भारत सरकार आम जनता के लिए कई योजनाएँ बना रही है, अभियान चला रही है पर उनका लाभ आम नागरिकों तक बहुत कम पहुँच रहा है […]
करे न कोई गम अब जाते हुए 2077 संवत का। जो बीता सो बीता अब गुजर गया साल। सिखा गया जाते जाते लोगों के दिलमें प्रेमभाव। नहीं आया विपत्ति में धनदौलत अबकी बार। भूला कर अपने सारे गम करे नई सोच के साथ शुरूआत।। नया साल दे आपको, मन माफिक […]
अम्बे माँ का दरबार, खुशियों का है भंडार। मैया देती है सबको, खुशियाँ अपार। अम्बे माँ का…….. माथे पे बिंदिया सोहे, कानों में कुंडल। गले पुष्प माला सोहे, पैरों में पायल। होकर सिंह पे सवार, लेकर हाथों में तलवार। मैया देती है सबको, खुशियाँ अपार। अम्बे माँ का……….. झोली सबकी […]
राजयोगिनी जानकी पर डाक टिकट हुआ जारी उपराष्ट्रपति ने नमन कर राजयोग महत्ता स्वीकारी कानून मंत्री रविशंकर भी इस पल के साक्षी बने ब्रह्माकुमारीज सेवा के आज सभी अनुगामी बने पांच रुपये के डाक टिकट पर दादी जानकी खूब सजी है परमधाम से मुस्कुरा रही शिव बाबा की कीर्ति बड़ी […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।