कोटि-कोटि कंठों से कह दो,वंदे गौ मातरम नारे, गौरक्षा के हित में आओ,कान्हा बन के तुम प्यारेl सनातनी संस्कार कहाँ है,तोड़ने लगे अब नाता, बिलख रही है आहें भर के,गली-गली में गौ माताl वारिस के ही सामने गैया,बूचड़खानों में झूल रही, एक ओर माता कहते ही,अब […]