त्रेता युग बीता घोर कलयुग आया, दम घुटने लगा इंसान का प्रकृति के खिलाफ जाकर सांसों के भी लाले पड़ गए। जहरीली बन गई हवा भी, पर्यावरण को ख़तम किया इंसान में से ख़त्म भावनाएं, मोबाईल का गुलाम बना। इंसानी रिश्ते हुए चकनाचूर, जानवरों को साथ लिया खुद का अपनापन […]