दुनिया मे सबसे ऊंचा ईश्वरीय ज्ञान है भाई वैश्विक शिखर सम्मेलन में यही आवाज़ है आई 140 देशो से शांतिदूत आए थे ब्रह्माकुमारीज का हाथ बटाने हजारों में चले आये थे शांति,एकता,सम्रद्धि को आध्यात्म से ही लायेंगे बुराइयों को दूर भगाकर अच्छाई को फैलाएंगे 103 वर्षीय जानकी को देख यकीन […]

नवरात्र देवी पूजा का चल रहा अनूठा दौर नो दिनों का उपवास है देवियां सबकी सिरमौर छोटी छोटी कन्याओ की इन्ही दिनों में होती खोज घर लाकर इन्हें जिमाने की लग जाती चहु ओर होड़ नवरात्र बीतते ही फिर कन्याएं बेगानी हो जाती कन्या जन्म लेने की घटना देवी भक्तो […]

उत्तराखंड के रुड़की में खुलने जा रही व उत्तर प्रदेश के गजरौला व अरुणाचल के इटानगर में पहले से ही स्थापित वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी ब्रह्माकुमारीज का मूल्यपरक शिक्षा पाठ्यक्रम लागू करने जा रही है।ब्रह्माकुमारीज संस्था से जुड़े साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन के प्रयासों से ब्रह्माकुमारीज व विश्वविद्यालय के बीच उक्त बाबत केंद्रीय […]

मैं कौन ,मेरा कौन सीखा रही है जानकी मैं आत्मा,मेरा परमात्मा बता रही है जानकी 104 वर्ष की जिंदगी का राज आखिर है क्या? परमात्मा ही केवल मेरा बता रही है जानकी विश्वव्यापी ब्रह्माकुमारीज की चीफ है दादी जानकी राजयोग से बदलेगी दुनिया बता रही है जानकी। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल […]

शांति,एकता,सम्रद्धि का सूर्योदय होकर रहेगा अध्यात्म क्रांति के जरिए स्वर्णिम भारत बनकर रहेगा देश दुनिया के लोगो ने भी चरित्र निर्माण जरूरी बताया है ब्रह्माकुमारीज ने राजयोग को जन जन तक पहुंचाया है खुद उपराष्ट्रपति ने मुक्तकंठ से ब्रह्माकुमारीज की तारीफ की इससे अच्छी कोई संस्था नही इस बात की […]

अहिन्दी भाषी एम वेंकैया नायडू बोले हिंदी में ब्रह्माकुमारीज के वैश्विक शिखर सम्मेलन में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज जैसा कोई अन्य संगठन पूरी दुनिया नही है जो अध्यात्म, सुसंस्कारों के रास्ते सरकार की जन कल्याण योजनाओं को भी आगे बढ़ाने के लिए कृतसंकल्प हो ।उन्होंने कहा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।