बैशाखी किसी की लो नही स्वावलंबी होना श्रेष्ठ आधार खुद्दारी भरा जीवन अच्छा खोये कभी ना स्वमान विचार उसी एक को अपना बनाइये जिससे चलता सारा संसार पिता,शिक्षक, गुरु वही है लगाता वही सबकी वैतरणी पार जिसे भरोसा है उसी एक पर उसी का जीवन सुखमय संसार विश्वास कीजिए वह […]

जीवन गति को अच्छा बना लो सोच जरा सकारात्मक बना लो बुरा भी कोई करे अपना तो उसको प्यार से गले लगा लो बैर, द्वेष, ईर्ष्या न हो किसी से सबके प्रति सदभाव जगा लो मनुष्य वही जिसमे मनुष्यता है दया,करुणा,अपनत्व अपना लो स्मृति कभी विस्मृत न हो सके ईश्वरीय […]

चाचा नेहरू अब आ भी आओ हमको अच्छे खिलौने दिलाओ समय अब बहुत बदल गया है बच्चों का भी खेल बदल गया है गिल्ली डंडा ,कबड्डी नही रहे अब कुश्ती,खो खो इतिहास हो गए अब सब पर क्रिकेट का जुनून सवार है मोबाईल खेल का बड़ा हथियार है सांप सीडी […]

देर से ही सही लेकिन रामजन्म भूमि- बाबरी मस्जिद मामले में सर्वोच्च न्यायालय के पांच जजो ने एक राय होकर अपने फैंसले में रामलला को उसका जन्म स्थान और मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने के आदेश देकर इस विवाद का स्थायी समाधान करने की कोशिश की है। जिससेअयोध्या […]

अच्छा करोगें अच्छा होगा बुरा करोगें बुरा होगा यह नियम अटल सृष्टि का जैसा करोगे वैसा भरोगें जो कर्म करे वह सद्कर्म हो अच्छा सोचना ही स्वधर्म हो जिंदगी को अपनी संवार लो अच्छा बनकर निखार लो किसी को दुःख न पहुंचे आपसे यह सोच जीवन में उतार लो परमात्मा […]

गैर तो अपने बने नही सगे भी अपने रहे नही मोबाईल का जादू ऐसा छाया दिल के रिश्ते तक रहे नही मां,बहन,ताई,चाची को मोबाईल के चक्कर मे भूल गए इस फेसबुक की दुनियां में वे सब भी फ्रेंड हो गए पिता,भाई,ताऊ,चाचा भी फ़्रेंडशिप सूची में आ गए रिश्तों की मर्यादा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।