नहीं मोहताज मेरे जीवन का उजाला किसी दीपक का किसी सूरज का किसी रोशनी का जो चमकता है अपनी प्रतिभा से अपने ही नूर से जो चमकता है अंधेरे में भी मुझे उजाला नहीं मिला विरासत में मुझे उजाला नहीं मिला राजभवनों से मुझे उजाला नहीं मिला धर्म-स्थलों से मुझे […]

तुमसे मिलने की इजाजत मांगता हूँ कुछ नहीं तुम्हारी चाहत मांगता हूँ अभी जी भरके तुमको देखा कहां है सुकून मेरे दिल को राहत मांगता हूँ मंदिर,मस्जिद, गिरिजाघर  गया मैं मांगी है दुआएं, सलामत मांगता हूँ आँचल लहरा दो,रहो तुम मुस्काती वो अदा शोखी,वही शरारत मांगता हूँ बनो प्यार मेरा […]

चाय दिवस हर रोज होता है…. कभी मीठी कभी फीकी कभी अदरख, तुलसी कभी इलायची कभी सादी… इसका मेरे किचन मे बनना जरुर होता है, अपनों के साथ सोशल मीडिया पर बात एक प्याला चाय और बिस्कुट का साथ लाजवाब होता है। #चारू शिखा परिचय-  नाम – चारु शिखा शिक्षा […]

ज़माने से हुई ख़बर कि मैं सुधर गया फिर वो कौन था जो मेरे अंदर मर गया दूसरों की निगाहों से जो देखा खुद को आज देख कर अपना ही चेहरा क्यों डर गया वो अल्हड़पन,वो लड़कपन कल तक जो था आज ढूँढा बहुत,ना जाने किधर गया मैं खोजता रहा […]

मुझे देखते ही तेरे अधरों पे जो मुस्कान आती है वो मीठी सी मुस्कान मुझे घायल कर जाती है सालों बाद भी हम ऐसे रहते है मानों कल ही हुई हमारी शादी है अप्रतिम स्नेह लिए एक दूजे के हम नील गगन में फिरते हैं हल्की सी नोक झोंक भी […]

तेरे साथ रहना मुझे इनकार नहीं था बेवफा निकली तू,तुम्हें मुझसे प्यार नहीं था खोकर मुझे,तुम्हें भी जीना आसान नहीं होगा मेरे सिवा तेरा भी कोई अरमान नहीं होगा अब दिल के दर्द से मुझे बीमार मत करना निर्दोष हूँ मैं,मुझे गुनहगार मत करना इस टूटते रिश्ते को अब,तुम्हें ही […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।