आए हैं दिनकर,ये हमको बताने, अँधियारे जग के ,सारे मिटाने। आए आए हैं दिनकर…….. कट जाएगी दुःखों भरी रात ये, खुशियों की लाएगी सौगात रे। बन जाएगी बिगड़ी हर बात रे, आए आए हैं दिनकर………. संस्कारों की पूंजी है सबसे बड़ी, ये धरोहर हमारी है सबसे बड़ी। ये कर दे […]
काव्यभाषा
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