श्रद्धांजलि…. 1949 में जन्मे प्रदीप चौबे के बिना हर हास्य महफिल अधूरी थी। आखिरी बार होली के समय कपिल शर्मा शो के जरिए वो सार्वजनिक मंच पर दिखे थे।उनके करीबी कहते हैं कि वो जितना लोगों को हंसाते थे, उतना ही अपने अंदर के दु:खों को छुपाए रहते थे।उन्हें गॉल […]

साहित्य में क्षेत्रीय बोलियों का बोलबाला न हो तो वह नीरस सा हो जाता है | जी हाँ मैं आँचलिक भाषा के महत्व व विकास की ओर आप सभी का ध्यानाकर्षण चाहूँगा | मेरे पुरोधा आ० शिवपूजन सहाय जी ने पहली बार देहाती दुनिया लिख कर आँचलिक उपन्यासकारों की कतार […]

धन्य हुई अवध पूरी,जन्मे राजा राम। राम जन्म से बिगड़े हुए, बने सभी काम।। राम जन्म की बधाई, मिल रही चारो ओर से। धन्य हुई कौशल्या माई ,दे जन्म श्री राम को। विस्मित हुई  मात जब दर्शन दिए विराट रूप केे। कर जोड़ किया विनय ,ले लो अवतार पुनः निज […]

खुद को कैसे नाराज लिख दूँ सोचता हूँ  सारे राज लिख दूँ मस्ती  में  तुम दिन  गुजार  लो जीने का यही मैं अंदाज लिख दूँ मुद्दतों से तुमको देखा नहीं है कागज  पे तराने साज लिख दूँ छू  लो  तुम  ऊँचाई  इस  कदर हौसलों को तुम्हारे परवाज लिख दूँ एक […]

भाग एक….. इदरीस खत्री द्वरा,,, दोस्तो मार्वल सिनेमेटिक एक फ़िल्म निर्माण कम्पनी है जो अमेरिकन है जिसने सुपरहीरो को नई दिशा के साथ नई दशा भी दी है,,साथ ही विश्वस्तर पर फिल्मो ने अभूतपूर्व सफलता के साथ धन की बरसात भी की है *मुझे कई दोस्तो के फोन आए पूछा […]

विरक्ति का अर्थ यह नही जो आत्म हन्ता हो जाये जो हमसे प्रेम करते है उन्हें बिलखता छोड़ जाये विरक्ति का अर्थ यह है आप ट्रस्टी बनकर रहिए अपना है पर अभिमान नही स्वयं को उसके निमित्त समझीये एक एक सांस की कीमत है जिसका स्वामी ईश्वर है हम सांसो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।