रुड़की का एक लाल वाकई निकला कमाल क्रिकेट जगत में छा गया विश्वकप में भी आ गया ऋषभ पन्त नाम है उसका क्रिकेट में जीतने का रखता है खास नुक्सा माता पिता गौरवान्वित है रुड़की के लोग रोमांचित है वह आगे बढ़े , बढ़ता जाए दुनियाभर में नाम कमाये परमात्मा […]
धधक रही बिहार की छाती चहुँओर पसरता मातम बेशर्म दिल्ली चुप्पी सादे है डाक्टर तो बस प्यादे हैं तड़प-तड़प मासूम मर रहे मंत्री क्रिकेट के स्कोर पूछ रहे कैसा ये भारत का नव निर्माण बेबस ममता के निकल रहे प्राण धरती कांपें और अम्बर कांपें पर कांपा नहीं शैतानी सिंहासन […]
एक क्यारी में अनेक हैं पेड़-पौधे अलग-अलग हैं जिनकी नस्ल अलग-अलग हैं गुण अलग-अलग हैं रंग-रूप फिर भी नहीं करते नफरत एक-दूसरे से नहीं है इनमें भेदभाव की भावना नहीं मानते किसी को छोटा या बड़ा नहीं है इनमें रंग-भेद हवा की धुन पर थिरकते हैं सब एक लय में […]
फर्ज से पीछे नहीं नारी का सम्मान है पहनी जिसने वर्दियां हमको अभिमान है कड़ी धूप है मगर निभा कर्तव्य रही हिन्द के वासिंदे है हिन्द की शान है नारी बनी इंजीनियर डॉक्टर वकील भी नारी को ना समझो अबला है नादान है चला रही गाडियाँ तेज रफ्तार से डर […]
साहित्य को अपना धर्म और कविता को अपना कर्म मानने वाले कलम के सिपाही जो सतत लेखन की प्रेरणा देते रहते थे और स्वयं भी उत्साह पूर्वक साहित्य जगत में छाए हुए थे, जिनकी लेखनी में जहॉ मालवा की काली मिट्टी के लोच के साथ लोक भाषा मालवी की मनभावन […]
नई दिल्ली| भारतीय भाषा सम्मेलन के अध्यक्ष और अनेक आंदोलनों के सूत्रधार डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने कहा है कि वे किसी भी भारतीय नागरिक पर कोई भी भाषा थोपने के विरोधी हैं, चाहे वह अंग्रेजी हो या हिंदी हो। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु पर हिंदी नहीं थोपने का वे समर्थन […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।