दूसरे पर निरभर रहना है दुर्बलता की पहचान जो होते स्वावलम्बी उन्ही को शक्तिशाली जान एक बार बैशाखी ली तो आदत उसकी पड़ जाएगी जो शक्ति आत्मा में छिपी है वह नजर नही आएगी परमात्मा को साक्षी मान निभरता को त्याग दो तुम जो स्वावलम्बन आत्मा में छिपा है उसको […]
Uncategorized
अपमानित कराता निरंतर क्रोध विशाल।१ हानि का द्वार कहलाता अकेला छड़ का क्रोध।।२ क्रोध समाया करता विनासक रोक ले इसे।।३ घर आँगन होते मंगलमय क्रोध विनाश।४ क्रोध विनाश पछतावा कदम रोकना सदा।।५ #नवीन कुमार भट्ट परिचय : पूरा नाम-नवीन कुमारभट्ट उपनाम- “नीर” वर्तमान पता-ग्राम मझगवाँ पो.सरसवाही जिला-उमरिया राज्य- मध्यप्रदेश विधा-हिंदी […]
