#भाषा सारथी से साहित्यकारों को किया सम्मानित भोपाल । हिंदी भवन के नरेश मेहता कक्ष में डॉ अर्जुनदास खत्री द्वारा रचित, रजत प्रकाशन द्वारा प्रकाशित बाल काव्य पुस्तक “अनय हमारा” के लोकार्पण के साथ ही “बाल साहित्य, दशा, दिशा एवं संभावनाएं” विषय पर कई विद्वान बाल साहित्यकारों ने अपने विचार […]

मुझे तो आपके पास लौट कर आना होगा| तुम्हारे सिवाय मेरा न कोई ठिकाना होगा || भले ही कुछ कह दो,तुम ऊपरी मन से | प्यार करती हो मुझे,मीत बनाना होगा || मैफिल सूनी पड़ी है,लौट कर आना होगा | तुमको तो वह पुराना गीत सुनाना होगा || आऊंगा जब […]

रुड़की | प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा की गई घोषणाओं को जनता के लिए लॉलीपॉप बताया।उन्होंने कहा कि किसानों को आज कर्जदार बनाने की नही, कर्जमुक्त करने की आवश्यकता है।प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने नेहरू स्टेडियम में आयोजित मुख्यमंत्री की जनसभा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते […]

कविता का रूप सरल मसले कुछ भी रहे मगर भाव, भाषा और विचार का सभी पर हो असर। कुछ आक्रमकता और कर्मठता पर्सनल हस्तक्षेप को न प्राथमिकता अच्छे शब्द और मौलिकता सही मायने में कविता की प्रमाणिकता । देश का सवाल हो या विदेश का प्रधान का सवाल हो या […]

तुम बनकर दोस्त आये जिदंगी में l कि हम ये जमाना ही भूल गये l तुम्हें याद आए ना आए हमारी l पर हम तो तुम्हें भुलाना ही भूल गये l। जब से मिला हूँ तुम से, याद तुम्हें ही करता हूँ। छोटी बड़ी बाते मुझे, याद तुम्हारी दिलाती है। […]

ये नज़ारे बदल जाएँगे,तुम कदम मिला के तो चलो राह में मुस्कराहटों की कलियाँ खिला के तो चलो कोई दर्द कोई शिकन ऐसा नहीं जिसकी दवा नहीं अपनी हथेली से मेरे ज़ख्मों को सहला के तो चलो मंज़िलें कदम दर कदम हासिल होती चली जाएगी निगाहों को काम-याबी का जाम […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।