घोर कलियुग का दौर है छाया हाहाकार ने शोर मचाया कोरोना ने हम सबको रुलाया हाथरस की पड़ गई काली छाया विकारों का परिणाम यही है भाई अबलाओं पर वज्रपात यही है भाई रक्षा को नारी की हाथ बढाओ चरित्र निर्माण की अलख जगाओ यही उपाय बस एक बचा है […]
विचारों की परिपक्वता, विस्तार का आभामंडल, सत्य के लिए संघर्ष, सत्य कहने के कारण नकारे जाने का भी जहाँ भय नहीं, अहिंसावादी दृष्टिकोण, उदारवादी रवैय्या, आर्थिक सुधारों के पक्षधर और अंग्रेजों से लोहा लेने में जिन व्यावहारिक कूटनीतिक तरीकों को अपना कर राष्ट्र के स्वाधीनता समर में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका […]
