जब खाँसी बहुत सताए, बलगम भी बहुत जब आए। आजा प्यारे पास हमारे, तू काहे घबराए,काहे घबराए…. बुखार जब ना जाए, कमजोरी भी सताए। मुँह से खून जब आए, और दिल जब घबराए। सुन सुन सुन अरे प्यारे सुन, टी बी है सबकी दुश्मन । इससे बचने का है एक […]
अपेक्षा किसी से करो नही सहायता किसे से मांगो नही स्वयं की शक्ति को पहचानो अपनी अन्तरात्मा को जानो अपनी सहायता जो खुद करते है परमात्मा उनकी शक्ति बनते है यह शक्ति परमार्थ के लिए हो जगत के कल्याण के लिए हो इससे सुखद राह बन जाएगी समस्याएं सब हल […]
सिर्फ़ शंभु ही स्वयम्भू हैं जहाँ में- गौरव साक्षी हर बालक हो महाकाल-सा, बेटी स्वयं भवानी हो- हिमांशु हिन्द इंदौर। शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश के उपक्रम पाठक मंच, इंदौर इकाई एवं मातृभाषा उन्नयन संस्थान के साझा प्रयासों से […]
जो ग़मगीन चेहरे है,रंगीन रंग भर दो उनकी झोली में | कोई भी उदास न रहे,इस गुलाल रंगो से भरी होली में || बंद है जो बुजुर्ग घरो में,इस कमीने कोरोना काल में | उनके साथ होली खेलो,खुश रखो उनको हर हाल में || रूठे है जो दोस्त तुमसे,गुलाल लगाओ […]
आओ हम सब, मिलकर मनाएं होली। अपनों को स्नेहप्यार का, रंग लगाये हम। चारो ओर होली का रंग, और अपने संग है। तो क्यों न एकदूजे को, रंग लगाए हम। आओ मिलकर मनाये, रंगो की होली हम।। राधा का रंग और कान्हा की पिचकारी। प्यार के रंग से , रंग […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।