जनता की अभिलाषा का सम्मान तू। देश में सबसे ऊपर है संविधान तू॥ भारत की छवि तुझमे हमको दिखती है। देश को तुझसे ही गरिमा मिलती है॥ जय हो तेरी भारत का अभिमान तू। देश में सबसे ऊपर है…॥ गणतन्त्र बनाकर तूने जो उपकार किया। सब जन को कर्तव्य […]
कदम तेरे जरा भी काँपे नहीं, कैसे तुमने यह कदम उठाया। पापा के प्यार में क्या कमी थी, जो तुम बाबुल को छोड़ चली॥ माँ के विश्वास को तोड़कर, कैसे तुमने यह कदम उठाया। आशिक के प्यार की खातिर, माँ का आंचल ही छोड़ चली॥ कोई तेरी छोटी-सी खुशी के […]
सैंकड़ों कुर्बानिंयों का तोहफा देशभक्ति है, इसमें बहता रक्त किसी जाति मज़हब का नहीं, जज्बा-ए-जुनून का है। नहीं थी किसी में लड़ाई हिंदू-मुस्लिम की, भूखा भगत था तो रोटी बिस्मिल के गले भी नहीं उतरी थी। वंदे मातरम् इंकलाब का नारा सबने एक स्वर में लगाया था, सरफरोशी की हर […]
गोरे-गोरे गाल में,काले-काले बाल में, मदमाती चाल में आ गया बसंत है। चंचल से नैन में,मादक से बेन में, गदराई देह में आ गया बसंत है। प्रेम के संदेश में साजन के देश में, नए परिवेश में आ गया बसंत है। अँगना मा खड़ी गोरी ईलू-ईलू बोल रही, उसके लबों […]
आओ बच्चों तुम्हें सुनाऊँ,कहानी एक किसान की, धूप-छाँव सह करता खेती,गेहूँ,मक्का धान की। सुबह सवेरे जल्दी उठता,फिर अपने खेतों में जाता, घूम-घूमकर क्यारी-क्यारी,फसलों से वो बातें करता। लिए फावड़ा नित हाथ में,डौल-डौल पर डोल रहा, एक क्यारी में नाका खोले,एक में पानी बंद कर रहा। बढ़ जाती जब घास खेत […]
त्रेता युग बीता घोर कलयुग आया, दम घुटने लगा इंसान का प्रकृति के खिलाफ जाकर सांसों के भी लाले पड़ गए। जहरीली बन गई हवा भी, पर्यावरण को ख़तम किया इंसान में से ख़त्म भावनाएं, मोबाईल का गुलाम बना। इंसानी रिश्ते हुए चकनाचूर, जानवरों को साथ लिया खुद का अपनापन […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।