कालचक्र का खेल देखिए उलटफेर का फेर देखिए मुठ्ठी में दुनिया करने को जो जो हमने काम किए विधाता ने भी हमारे लिए वही सब इंतजाम किए बैलो के मुंह पर हमने ही छींका बांध मोहताज किया चिड़ियां पिंजरे में कैद कर स्वतंत्रता पर आघात किया कोरोना ने बदला ले […]
तुम हो कलयुग के भगवान गुरु विद्यासागर। तुम हो ज्ञान के भंडार गुरु विद्यासागर। हम नित्य करें गुण गान गुरु विद्यासागर।। बाल ब्रह्मचारी के व्रतधारी सयंम नियम के महाव्रतधारी। तुम हो जिनवाणी के प्राण गुरु विद्यासागर। हम नित्य करे गुण गान गुरु विद्यासागर।। दया उदय से पशु बचाते भाग्योदय से […]
कभी अपने लिए भी समय संभाल कर रख कभी स्वयं से स्वयं का संवाद तो करके रख किस लिए आया यहां आखिर में जाना कहां कौन है नियंता तेरा तहकीकात करके रख, हवा,पानी,भोजन मिला तुझे ही नही सबको मिला कौन है यह सब देने वाला उसे खोजकर तो रख उससे […]
न केवल साहित्य समाज का दर्पण होता है बल्कि समाज की दिशा और मानक भी साहित्य द्वारा ही निर्धारित होता है। इसके साथ ही यह कठोर सत्य भी स्वीकार करना होगा कि समाज के प्रभाव से साहित्य अछूता नहीं रह सकता। वैश्विक संस्कृतियों के घालमेल ने उपभोक्तावाद के चंगुल में […]
जय जग वंदन जय शिव नंदन, जय जय हो भवानी के नंदन। तुम बिन न होय कोई कार्य पूरन, अबकी बार करो कोरोना का निवारण।। आप है अष्ट सिद्धि के दाता, तुम ही हो नव निधि के दाता। तुम ही सबके क्लेश निवारण, करो तुम मेरे क्लेश निवारण।। मूषक है […]
मन मोहक प्रतीमा है तेरी, मजबूर करे लाल बाग़ आने के लिए, दर्शन के लिए । मन मोहक प्रतीमा है तेरी ……….।। हर कोई तरसता रहता है, तेरी एक झलक दर्शन के लिए , दर्शन के लिए , मन मोहक प्रतीमा है तेरी ………. ।। तस्वीर बनाए क्या कोई। क्या […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।