बादल बदरा हरजाई बादल, सुन के होता तनमन घायल। कहीं ये मेघ गरज कर भागे, कहीं बाजे वर्षा ऋतु पायल। इस माया का पार न पाऊँ, क्यों बादल बिरुदावलि गाऊँ। मैं मेघों का भाट नहीं जो, ठकुर सुहाती बात सुनाऊँ। अदावत नहीं रखी मेघों से, बे मतलब क्यों बुरे बताऊँ। […]
