इस मंच के माध्यम से मैं हिन्दी संबंधी अपनी चिन्ताओं से सभी को अवगत कराना चाहता हूँ। हिन्दी की सबसे बड़ी समस्या उसके प्रति ममत्व अथवा अपनत्व की है।लखनऊ के अखबार में एक ९२ वर्षीया वृद्धा की खबर थी, जो जानकीपुरम(लखनऊ) के वृद्धाश्रम में मरणासन्न अवस्था में पड़ी हैं। उनके […]