मन मे मैल कतई मत रखना तन को अपने सदा स्वच्छ रखना तन और मन दोनो खिल जायेगे परमात्मा की याद जगाये रखना धूप और छांव जीवन के रस्ते समान भाव बस बनाये रखना छोटे बड़े मे कभी भेद न हो जाति धर्म की दीवार न हो मानवता का पाठ […]

कांवड़ लेकर चल रहे भोले कदम से कदम मिला रहे भोले चलते चलते पैरो मे है छाले कदम फिर भी नही रुकने वाले कुछ शोर शराबा बहुत कर रहे कुछ भक्ति भाव से आगे बढ रहे भोलो की सेवा बहुत हो रही भोजन ,दवाई,व्यवस्था है सारी पर जनता बंधक हुई […]

श्रावण मास मे याद आते शिव पदयात्रा कर हम रिझाते शिव गंगा जल,बेल पत्र ,धतूरा अर्पण करते ,कहते सब तेरा भांग,चरस और गांजा व्यसन नशा करते और मनाते जश्न शिव का नही व्यसनों से नाता शिव को बुरा कुछ नही भाता पतित से पावन बनाते है शिव सर्व का कल्याण […]

इन्द्र देवता प्रसन्न है बरस रहे अनवरत दो ही दिन मे छका दिए लगे है गिड़गिड़ाने मत बरस मत बरस अतिवरष्टि अभी भी जारी गरीबो की जान पर पड़ती है भारी कई गरीब बेमौत मर गये अमीरी के रैनी ड़े हो गये कब तक असमानता को हम ढोते रहेगे गरीब […]

रिमझिम इमझिम वर्षा रानी रोज सुना रही हमे कहानी गरज गरज कर बादल आते छम चमा छम पानी बरसाते बम बम भोले की गूंज है जारी भक्ति हो गई वर्षा पर भारी गोमुख ,ऋषिकेश,हरिद्वार धरा से कांवड़िये ला रहे गंगा जल भर के जय बम जय बम स्वर व्याप्त है […]

कहानी-उपान्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष………… कर्मभूमि , गोदान जैसा जीवंत उपान्यास अब कहाँ मिलता है । बुढी काकी ,सुजान भगत -सा अब कथा पात्र कहाँ मिलता है ।। आमजन की पीडा को समझने वाला मसीहा   कहाँ  मिलता है । शब्द – शब्द में था  जिसके दर्द अब ऐसा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।