नव वर्ष का स्वागत सत्कार करेंगे एकदूजे से  बेइंतेहा  प्यार  करेंगे डीजे बजा बजा कर करेंगे मस्तियाँ मिलकर साथ सारे बातें हजार करेंगे पिकनिक कोई पार्टी  में धूम मचेगी वीराने में भी देखना हम बहार करेंगे पास किसी के कोई गम भी न होगा इस तरह खुशियों की बौछार करेंगे […]

तुम्हे दिल मे बसाना सीखा है रिश्ता हमने निभाना सीखा है रूठ  जावो आदत  तुम्हारी है हमने तो तुम्हे मनाना सीखा है गीत गज़ल कविता में ढा लूंगा मैंने अक्सर वही तराना सीखा है गम को समझ पाना आसान नहीं दर्द    को  मैने छुपाना  सीखा  है मिले राह कोई,गले […]

तुमसे मिलने की इजाजत मांगता हूँ कुछ नहीं तुम्हारी चाहत मांगता हूँ अभी जी भरके तुमको देखा कहां है सुकून मेरे दिल को राहत मांगता हूँ मंदिर,मस्जिद, गिरिजाघर  गया मैं मांगी है दुआएं, सलामत मांगता हूँ आँचल लहरा दो,रहो तुम मुस्काती वो अदा शोखी,वही शरारत मांगता हूँ बनो प्यार मेरा […]

बुजुर्गों का बड़ों का सम्मान कर लेना नसीहत हमको देते है मान कर लेना उनकी दुआओं से चलते हैं खड़े होते हमारा वो सहारा है अभिमान कर लेना अगर वो नहीं होते मंजिल नहीं मिलती लगालो तुम गले से और मुस्कान कर लेना बचपन में खिलाया है काँधों पर उठाया […]

प्यार करने वाले तकरार क्या जाने इजहार करने वाले इनकार क्या जाने मोहब्बत सीखी न हो जिसने यारों दिल होता कितना बेकरार क्या जाने जो परवाह करता न हो किसी की भी रोता है किसी का दिल धार क्या जाने तिरंगे का दिल मे सम्मान है कितना मिटा दो तुम […]

हमे किस तरह आजमाते मिले    हमसे प्यार किया हमसे छुपाते मिले अदब से तुम्हारा नजरें  झुका देना     हर अदाओं से मुझको लुभाते मिले दिल मे चाहत रखा कहा भी नहीं     दिलकश अदाएं और मुस्कुराते मिले शर्मीली सी तुम और नीची निगाहें     जब तुम […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।