मंत्र णमोकार जब से, मैंने भजा / यूं लगा मेरा जीवन सफल हो गया / आस्था मेरी मंत्र में बड़ाने लगी / और विशवास मेरा अटल हो गया / मंत्र णमोकार जब से मैंने भजा / मै गया विद्यासागर के सत संघ में / मेरा तन मन रंग उनके ही […]
इंटरनेट की इस दुनिया ने पाठकों की पहुँच और पठन की आदत दोनों ही बदल दी है, इसी के चलते प्रकाशन और लेखकों का नज़रिया भी बदलने लगा है। भारत में लगभग हर अच्छे-बुरे का आंकलन उसके सोशल मीडिया / इंटरनेट पर उपस्थिति के रिपोर्टकार्ड के चश्में से देखकर तय […]
(तर्ज पल पल पल के… पास तुम रहती हो ) जय जय जय जय गुरु देव , मुझे दर्शन दो / अपनी सराण में तुम, मुझ को ले लो / जय जय जय जय गुरु देव , मुझे दर्शन दो // कल रात सपने में, मैंने तुम को देखा था […]
भारतीय राजनीती के एक युग का अंत…. जो जिया हो भारत भारती के लिए, जिसने ताउम्र केवल राष्ट्र जिया, कविता के शब्दों से संसद के गर्भगृह को सुशोभित किया हो, पोखरण परमाणु परिक्षण से विश्व को भारत की शक्ति का आभास कराया, कारगिल युद्ध से पाकिस्तान को औकात दिखाई हो, […]
श्रध्दा भक्ति विनय समर्पण, का इतना फल हो / मेरी दीक्षा गुरुवर तेरे, कर कमलो से हो / -जन्म जन्म से भाव संजोये, दीक्षा पायेगे / नग्न दिगंबर साधू बनकर, ध्यान लगायेंगे / अनुकम्पा का बरदहस्त यह, मेरे शिर धर दो /१/ मेरी दीक्षा गुरुवर तेरे, कर कमलो से हो […]
छू लेने दो गुरुवर अपने चरण, माना की में आज्ञानी हूँ / आप तो अंतर्यामी हो , इसी लिए तो आया शरण / छू लेने दो गुरुवर अपने चरण, माना की में आज्ञानी हूँ / मोह माया ने हम को पकड़ा है, और अपनों के प्यार ने जकड़ा है / […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।