फैसले अक्सर गलत हो जाते हैं शायद इसमें आपका दोष नहीं होता यह एक समयचक्र है जिसमें आप को सही-गलत का भान नहीं होता। अफसोस तो तब होता है जब दूसरे इसका लाभ उठाते हैं यह सोचकर कि उनसे कोई गलत फैसला नहीं हो सकता। ऐसे लोग इंतजार करें क्योंकि […]

मुंबई। मध्यप्रदेश के साहित्य जगत को लगातार मिल रहे अखिल भारतीय और वैश्विक स्तर पर यश में एक और वृद्धि हुई है। मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक और देवपुत्र के संपादक डॉ विकास दवे को महाराष्ट्र साहित्य अकादमी का सबसे बड़ा सम्मान महाराष्ट्र भारती प्रदान किए जाने की आज घोषणा […]

2 अप्रैल को इंदौर में आयोजित होगा सम्मान समारोह इंदौर। देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘वीणा’ (इंदौर) के संपादक राकेश शर्मा को इस वर्ष के पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से अलंकृत किया जाएगा। सम्मान समारोह 2 अप्रैल को इंदौर में आयोजित किया जाएगा। 1 जुलाई, […]

डॉ संजू सदानीरा प्रथम, नगमा सिद्दीकी द्वितीय और प्रतिभा पंचोली तृतीय इंदौर। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के प्रकल्प वुमन आवाज़ एवं संस्मय प्रकाशन द्वारा महिला दिवस साहित्य प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 21वीं सदी की स्त्री विषय पर कविताएँ आमंत्रित की गई थी। देश के कोने-कोने से महिला रचनाकारों ने प्रतियोगिता […]

नई दिल्ली। लेखिका अंजू निगम की पुस्तक – यात्रा वृतांत संग्रह “सफर की लकीरें” जो शुभदा प्रकाशन(साहिबाबाद) से प्रकाशित है ,का विमोचन दिल्ली में विश्व पुस्तक मेले में गुरुवार को संस्मय प्रकाशन के स्टॉल 325 पर सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि प्रो. संजय द्विवेदी (महानिदेशक, भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली) व […]

इंदौर । वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. मिथिलेश दीक्षित (लखनऊ) को वरिष्ठ शिक्षक और लेखक डाॅ. एस. एन. तिवारी स्मृति सम्मान – 2022 प्रदान किया गया। डाॅ. तिवारी स्मृति समिति, इंदौर द्वारा उन्हें यह सम्मान साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिये दिया गया है। नई दिल्ली में चल रहे विश्व […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।