मन से अंधेरा मिटा दो आत्म ज्योति जगमगा लो विकारों का परित्याग करो सद्संस्कार धारण करो जीवनभर की दिवाली होगी कभी न घर मे कंगाली होगी श्रीगणेश समान बुद्धि होगी मां लक्ष्मी जैसी सम्रद्धि होगी स्वास्थ्य उत्तम रहेगा सदा सबका स्नेह मिलेगा सदा परमात्मा भी  तुम पर होगा फिदा सुख […]

मान सम्मान बहुत मिलेगा बस अच्छा कीजिए काम राष्ट्रधर्म सबसे ही बड़ा राष्ट्र के लिए हो बलिदान राष्ट्र के लिए ईमानदारी चुने स्वयं को राष्ट्रभक्त ही गिने जो भी जरूरत हो राष्ट्र को राष्ट्र के लिए समर्पित करे जब ऐसा हम कर पाएंगे सच्चे राष्ट्र भक्त हो जाएंगे यही राष्ट्रभक्ति […]

देशाटन करो कितना भी पर घर मे ही मिलता चैन बहारी दुनिया बहारी है अपने ही सुख देन अपने अंदर स्वयं को खोजो आत्मबोध हो जाएगा जिसने भी स्वयं को जाना ज्ञानी वही बन जायेगा परमात्मा से लौ लग जाये तो परमज्ञानी हो जायेगा। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ […]

सबसे न्यारा, प्यारा- सा हमारा बचपन कहते जाकर कभी नही आता बचपन। पर मैंने देखा पापा,मम्मी,दादा-दादी को यह फिर आ जाता , जब बीतता पचपन ।। ईष्या-द्वेष, बैर-संघर्ष में नही मिले बचपन बडप्पन में सब इंसान डूबे , भूलें बचपन । बचपन की एक सीख बदल देती जीवन यही सीख  […]

अन्नदाता का पर्व है गोवर्धन पूजा महान किसानी संग मवेशी पूजे बरकत दे भगवान गोवर्धन पर्वत सा आश्रय मिले सहायता करें द्वारकानाथ हर फसल पर्याप्त हो दूध मिले अमृत समान कर्जदार किसान न हो फसल उसकी बर्बाद न हो ऐसा योग लगे खेती पर अन्न गुणों की खान हो। #गोपाल […]

भाई बहन के प्यार का प्रतीक है भैय्या दूज पवित्र सोच का पर्याय है सम्बंध होते मजबूत बहन तिलक करें भाई को मांगे रब से खैर उसका भाई खुशहाल रहे न हो किसी से बैर भाई भी बहन की खातिर सर्वस्व न्योछावर को आतुर बहन सदा रहे सुखी दुख हो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।