सावन मास पुनीत सुहावे। मोर पपीहा दादुर गावे।। श्याम घटा नभ में घिर आती। रिमझिम रिमझिम वर्षा भाती।।१ आक विल्व जल कनक चढ़ाकर। शिव अभिषेक करे जन आकर।। झूले पींग चढ़े सुकुमारी। याद रहे मन कृष्ण मुरारी।।२ हर्षित कृषक खेत लख फसले। उपवन फूल पौध मय गमले।। नाग पंचमी पर्व […]

.                  १  सावन  शृंगारित   करे, वसुधा, नारि, पहाड़। सागर सरिता सत्यशिव,नाग विल्व वन ताड़। .                  २  दादुर  पपिहा मोर पिक, नारी  धरा  किसान। सबकी चाहत नेह जल,सावन सरस सुजान।। .              […]

हरित धरा हो सारी, तरुण गिरि शृंगारी, मीत गीत शीत संग, झूमें पुरवाइया। तरु खग वन्य जीव, रट रहे पीव पीव, तीज पर्व वृक्षों पर झूलती कुमारियाँ। आएँ मन भावन जो, भाए मन सावन वो, दूर होवे तब सब, मन से दुस्वारिया। खेत व फसल प्यारी, वृक्ष रोपि मेड़ क्यारी, […]

कटे पेड़ के ठूँठ विराजी, बया मनुज को कोस रही। बेघर होकर, बच्चे अपने, संगी साथी खोज रही। मोह प्रीत के बंधन उलझे, जीवन हुआ क्लेश में। जैसा भी है,अपना है यह, रहना पंछी देश में। हुआ आज क्या बदल गया क्यों, कुटुम कबीला नीड़ कहाँ। प्रातः छोड़ा था बच्चों […]

सावन मन भावन लगे, भक्ति शक्ति  संगीत। सत्यम शिवम् विराजते, पावन सावन प्रीत।। पावन  सावन  प्रीत, चढ़े झूले  पर सखियाँ। तकती है मनमीत,बरसती  सावन अँखियाँ।। शर्मा  बाबू  लाल, नहीं  हो  भाव  अपावन। भक्ति  प्रीत संजोग, लुभाए   पावन सावन।। .              ….…. हर हर बम बम […]

*भारत माँ के नयन दो हिन्दू मुस्लिम जान। नहीं एक के बिना हो दूजे की पहचान*     गोपाल दास नीरज हिन्दी साहित्यकार शिक्षक एवम कवि सम्मेलनों के मंचों का एक बड़ा नाम था। उन्हें शिक्षा व साहित्य के क्षेत्र में भारत सरकार ने पदम् श्री व पदम् भूषण से […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।