राष्ट्रहित सबसे बड़ा हमेशा रखिए ध्यान स्वहित का त्यागकर राष्ट्र पर हों बलिदान अर्जुनदेव को याद करों वतन पर हुए कुर्बान सर्वस्व अपना लूटा दिया पर बचाया स्वाभिमान जो रक्षक है देश के उनपर करो अभिमान करते रक्षा सीमाओ की बलिदान करते प्राण। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ मई […]

करने वाला कोई ओर है स्वयं को निमित्त जान फिर अपनी उपलब्धियों पर करते हो क्यो अभिमान जो करता है उसका नाम नही प्रत्यक्ष कोई पहचान नही उसका वजूद फिर भी बड़ा है हमारा वजूद उसी पर टिका है हम सब कठपुतलियां है उसकी वह रचियता है हमारा हमारे भाग्य […]

जिस माँ ने जन्म दिया उसका मानो उपकार तुम्हारी खुशी के लिए वह लुटाती रही प्यार स्वयं कष्ट सहकर वह तुम्हे सुख देती रही तुम्हारे चेहरे की मुस्कान को अपना दर्द छिपाती रही माँ के ऋण से मुक्त तुम कदापि हो सकते नही माँ से बढ़कर मीत अपना तुम कभी […]

परमात्म निमित्त दान करो दान का न गुणगान करो दाता स्वयं को न मानिए अहंकार न कोई पालिये जिसने दिया वह खुदा है पर नाम से अपने जुदा है उसी पथ को हम अपनाये गुप्त दान ही करते जाएं यही धन की सदगति है पुण्य भाव की व्रद्धि है। #गोपाल […]

तमस से मुक्ति का करो ठोस उपाय विकार जो भी मन मे सहज खत्म हो जाएं नकारात्मकता का त्याग है एक सरल उपाय मन मे बसे शांति मुख पर कांति छा जाएं साथ मे रहे प्रभु स्मरण रूहानियत मिल जायेगी जीवन श्रेष्ठ बन जायेगा समस्या कभी न आएगी। #गोपाल नारसन […]

जो है नही वह दिखना क्या सच पर पर्दा करना क्या झूठी मान मर्यादा के लिए बनना क्या संवरना क्या यौवन आया चला जायेगा फिर अकड़ना क्या इतराना क्या बुढ़ापा आएगा आकर रहेगा फिर डरना क्या घबराना क्या जिंदा सदा रहा नही कोई फिर मौत को बुरा बताना क्या जिसने […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।