द्रष्टा बनकर  रहना सीखो विचलित कभी  न होना सीखो जो हो रहा है , अच्छा हो रहा है इस सत्यता को स्वीकारना सीखो दुःख सुख तो है  प्रालब्ध की देन आते जरूर  येन केन प्रकारेण फिर उनसे  घबराना कैसा मन को अस्थिर  करना कैसा जो होना है होकर रहेगा काल […]

गण का तंत्र एक विचार विषय संविधान ही है इसका परिचय मूल भावना ही आहत होती संशोधनों से भर गई पोथी जिसकी भी जब सत्ता आई उसने अपनी अपनी चलाई जाति धर्म सब एक समान थे भारतीयता ही एक पहचान थे पर वोट ने हम सबको बांटा जाति धर्म से […]

मतदाता दिवस …………. लोकतंत्र के पर्व पर ले लो बड़ा संकल्प वोटर बनना लाजमी यही बड़ा विकल्प देश के जिम्मेदार हो निभाओ अपना फ़र्ज जाकर बूथ पर आज नाम कराओ अपना दर्ज जब भी होंगे चुनाव नेता करेंगे तुमको याद एड़िया रगड़ेंगे चोखट पर वोट की करेंगे फरियाद देश के […]

जय-जय हो भारत राष्ट्र की जय – जय हो हिंदुस्तान की । जय  जवान  – जय किसान जय – जय  हो  विज्ञान  की ।। स्वागत- वंदन-अभिनंदन है जयकार हमारे गणराज की । हर्षित है जन – मन चहुँओर गणतंत्र शान है हिंदुस्तान की ।। जय हो छब्बीस  जनवरी  की जय […]

बालिका दिवस पर विशेष……….. पुत्रीवती भवः का आशिर्वाद शायद ही किसी ने दिया हो शायद ही  किसी ने अपने लिए पुत्र से पहले पुत्री को चाहा हो मां स्वयं कभी  किसी की पुत्री थी वह भी आशीर्वाद से नही जन्मी ईश्वरीय इच्छा से टपकी थी उस मां की इच्छा अब […]

ऊंचे से ऊंचा सोचकर चढ़ते जाओ सोपान देह बन्धनों से मुक्त हो हलके हो जाओ इंसान इंसान से देवता बनना अब है बहुत आसान विकार छोड़ पवित्र बनो छोड़ो व्यर्थ का पोथी ज्ञान कृष्ण सरीका बनने को मेहनत तो करनी होगी यह कलियुग बीत जाएगा अगली दुनिया तुम्हारी होगी। #गोपाल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।