जब जब भी भारत पर कोई दुश्मन गुर्राया है भारत ने उस दुश्मन को धूल में ही मिलाया है भारत हिंसा का नही अहिंसा का अनुयायी है पर जब खतरा मां भारती पर हो तब कड़ा कदम उठाया है भारत के वीर सैनिक दुनिया मे सबसे बहादुर है तिरंगे […]
राम तुम्हारे आने से कलियुग स्वाह हो जायेगा कोई रावण रहेगा न जग में भाईचारा बढ़ जायेगा मर्यादा के तुम हो प्रेरक पुरुषोत्तम कहलाते हो संकल्प के बने हो रक्षक धर्म पताका फैहराते हो कोई विकारी रहे ना जग में ऐसी पवित्रता फैलाओ तुम नारी का सम्मान हो जगत में […]
राम अब आ भी जाओ साथ मे रामराज्य लाओ यहां पर तो रावण राज है विकारी ही यहां सरताज है भ्र्ष्टाचार रूपी अंधेरा पसरा है भाई को भाई से ही खतरा है मां बेटियां तक सुरक्षित नही नेताओं की जबान की भी कीमत नही वे झूठ बोलकर वोट पा जाते […]
श्रेष्ठ बनकर सदा रहो विकारो से दूर रहो जीवन बने गुणों का खजाना ऐसे सदाचरण में रहो अंदर बाहर एक सा बन सत्य के प्रहरी रहो मन,वचन,कर्म से एक समान बने रहो छिपाना पड़े ऐसा करो नही नजरो से कभी गिरो नही झुके न सिर शर्म से कभी ऐसे सुकर्म […]
सरहद पर खड़े जवान हमारी आन-बान-शान । इनकी जांबाजी पर गर्व करता हिन्दुस्तान ।। खड़े रहते सीनातान सरहद पर शेरे जवान । देश का ये रक्षा कवच गर्व करता हिंदुस्तान ।। भरते नित नई उडान गाकर प्यारा राष्ट्रगान । जय हिंद,वंदे मातरम् गर्व करता हिंदुस्तान ।। शत्रु की ले लेते […]
जीवन एक चुनोती है इसे समझ लो खूब जिसने इसको अपना लिया सफलता इसके मूल मंजिल इसी से मिलती है इसी से बनती राहे जो इस पर चलता गया विजय मिली बाह फैलाये पर लक्ष्य मिलने पर जो ठहर जाता है भाग्य भी उसका नही रहता है लेकिन कर्म जिसके […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।