एक एक बूंद है कीमती इसी में जीवन जान जल बिना जीवन नही यह ईश्वर का वरदान जहां जल का संकट है वही है जल की पूछ जहां जल बहुतायत में वहां जल बर्बादी बहुत जल की एक एक बूंद को आओ बचाने का ले संकल्प जहां भी व्यर्थ बहता […]
बदजबानी घातक हुई मर्यादा हुई तार तार कैसा है ये लोकतंत्र नेताओं को नही लाज स्वयं को नुमाइंदा बताते जो देश के आवाम का उन्ही की जबान फिसल रही नही ख्याल रहा संविधान का वोट से पहले देश जरूरी स्वार्थ से पहले विकास जरूरी कुछ तो रहम करो नेताओ ध्यान […]
” चंद्र-सी शीतल तेरी गोदी बिंदु – सा लेटा हुआ हूँ मैं ।। तेरे नाम पर लगा चंद्र बिंदु अब समझ में आ गया माँ ।।” किससे सुनूँ माँ ,आज फिर वो लोरी कैसा था चंदा मामा, कैसी थी चकोरी । तेरी याद में माँ ,आज आंखें […]
बुरा किसी का मत सोचो भला हो बस यह सोचो नफरत नही प्यार बांटो हिंसा नही अहिंसा छांटो दुनिया मे सबसे प्यारे बनो परमात्मा के राजदुलारे बनो उसी ने दिखाई यह दुनिया उसके प्रति कृतज्ञता वाले बनो जो सद्कर्म किये वे काम आंएगे जीवन खाते में आपके चढ़ जाएंगे जीवन […]
जाति धर्म को भूलकर करिए इंसानियत की बात कोई छोटा या बडा नही करना सद्कर्म बड़ी बात जो ईमानदारी की खाता है भले ही रिक्शा चलाता है वह उससे बहुत बड़ा होगा जो भ्र्ष्टाचार में डूबा होगा राष्ट्र की उन्नति का आधार यही स्वच्छ व्यवस्था पक्षपात नही मानव कल्याण की […]
जीवन का एक एक पल सफल अपना कीजिए हाथ आये वक्त को यूं ही व्यतीत न कीजिए अगर वक्त बीत गया कुछ हाथ न आएगा अपनी इस लापरवाही से स्वयं ठगा सा जाएगा वक्त जिसके साथ रहा तकदीर उसी की बनती है वक्त जिसने सफल किया ईश्वरीय सौगात मिलती है। […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।