इस बात का डर है, वो कहीँ रूठ न जायेंI नाजुक से है अरमान मेरे, कही टूट न जायें।। फूलों से भी नाजुक है, उनके होठों की नरमी I सूरज झुलस जाये, ऐसी सांसों की गरमी I इस हुस्न की मस्ती को, कोई लूट न जाये I इस बात का […]
एकता,शांति,अध्यात्म का पाठ पढ़ाती ब्रह्माकुमारी ज्ञान, योग,सेवा,धारणा का अभ्यास कराती ब्रह्माकुमारी नई शिक्षा से नये भारत का निर्माण करती ब्रह्माकुमारी मूल्यपरक शिक्षा पाठ्यक्रम सबको पढाती ब्रह्माकुमारी दादी गुलज़ार की अगुवाई में संकल्प सदभाव का ले रहे हम जो महामारी फैली है जहान में उसे दूर कराकर ही लेंगे दम।#श्रीगोपाल नारसन […]
